Jammu: बच्चा की बात निकली सच्ची,छात्र ने चार बंदूकधारियों के बारे में बताया,पहले झूठ का था संदेह

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि राजोरी में चार बंदूकधारी देखे जाने की सूचना देने वाला बच्चा सच्चा निकला। इस बीच इस छात्र ने पहले तीन संदिग्ध बताए थे फिर चार बताए। साथ ही बयान बदलने से सुरक्षाबलों और पुलिस को झूठ बोलने का शक हुआ था मगर राजोरी शहर से सटे दस्सल गुजरा के जंगल में शुक्रवार की सुबह एक आतंकवादी को ढेर करने के बाद सुरक्षाबलों ने ड्रोन और कुत्तों के साथ गहन तलाशी अभियान छेड़ दिया जो देर शाम तक जारी था।
जानकारी के अनुसार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस आतंकवादी को सेना ने मार गिराया है उसके साथ दो या तीन और आतंकवादी होने की आशंका है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि ये दस्सल गुजरा के आसपास के जंगली इलाकों में छुपे हो सकते हैं। इनको ढेर करने के लिए सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी पार्टी, पैरा कमांडो और सीआरपीएफ प्रयासरत है। अभियान अब दस्सल गुजरा से सटे दस्सल जट्टां, दस्सल लोहारा, दस्सल पठाना, पलुलिया, मनकोट, ठंडी कसी, मुबारख पुरा, हिरा दा क्षेत्र आदि इलाकों तक पहुंच गया है। संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबल लोगों के घरों को भी खंगाल रहे हैं। साथ ही इसके अलावा मंजाकोट के साथ-साथ थन्नामंडी के जंगल में भी तलाशी अभियान जारी है। बता दें कि दस्सल के उक्त जंगली इलाके मंजाकोट और थन्नामंडी के जंगलों से जाकर मिलते हैं और आतंकियों के इन जंगलों में छिपने से इंकार नहीं किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार सूत्रों की मानें तो जंगलों में छिपे आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। तलाशी में कुत्तों के अलावा ड्रोन की मदद भी ली रही है। दस्सल गांव में एनकाउंटर के बाद से दहशत का माहौल है। न बच्चे स्कूल जा पाए और न ही लोग घर से बाहर काम के लिए निकले। सरपंच केवल शर्मा ने बताया कि आधी रात को गोलियों की आवाज सुनने के बाद से ही पूरे गांव में दहशत थी।जब सुबह करीब 5:30 बजे सूचना मिली कि एक आतंकवादी को मौत के घाट उतार दिया है और पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने घर रखा है, तो डर के मारे लोग घर में दुबक गए। साथ ही हालांकि बाद में प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दस्सल के आसपास के सभी स्कूलों, बीएड कॉलेज और पैरामेडिकल कॉलेज में छुट्टी कर दी। जानकारी के अनुसार कामकाज के लिए शहर जाने वाले भी छुट्टी पर ही रहे। सरपंच ने बताया कि दो से तीन आतंकवादियों के जंगलों में छुपे होने की सूचना से लोगों में डर बरकरार है।