देश भगत यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गया

इस कार्यक्रम का आयोजन इंजीनियरिंग और एप्लाइड साइंसेज संकाय के विज्ञान क्लब एचओडी डॉ. सवनीत कौर द्वारा किया गया था। एप्लाइड साइंसेज के तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सुबह 11 बजे एपीजे अब्दुल कलाम सेमिनार हॉल में सहायक निदेशक इंजीनियरिंग एवं मुख्य अतिथि डाॅ. कैलाश सी. लछवानी ने मोमबत्ती जलाई और सभी विभागों के एचओडी को मोमबत्ती जलाने के लिए आमंत्रित किया गया।
मंडी गोबिंदगढ़ (): देश भगत विश्वविद्यालय, मंडी गोबिंदगढ़ के इंजीनियरिंग और एप्लाइड साइंसेज संकाय ने महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती मनाने के लिए राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया। डॉ। कैलाश सी लछवानी, (अनुप्रयुक्त गणित), एनआईटीटीआर इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंडीगढ़ थे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
सबसे पहले सेमिनार हॉल में महान गणितज्ञ “श्रीनिवास रामानुजन” की जीवनी पर एक लघु फिल्म शो चलाया गया। “इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों में गणित के अनुप्रयोग” विषय पर एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस अवसर पर एप्लाइड साइंसेज विभाग के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। विद्यार्थियों ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गणित के अनुप्रयोग विषय पर अपना बहुमूल्य ज्ञान साझा किया। उसके बाद एन.आई.टी.टी.टी.आर. चंडीगढ़ के एप्लाइड मैथमेटिक्स के डाॅ. कैलाश सी. लछवानी ने “एनईपी 2020 के संदर्भ में गणित शिक्षा” पर एक विशेषज्ञ वार्ता दी। यह एक बहुत ही प्रभावी और ज्ञानवर्धक सत्र था क्योंकि सभी प्रतिभागी विषय और इसकी प्रासंगिकता के बारे में जानने के लिए काफी उत्साहित थे।
धन्यवाद ज्ञापन सहायक निदेशक इंजीनियरिंग डॉ. खुशबू बंसल ने किया। उन्होंने इस कार्यक्रम के
डॉ। देशभगत विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष हर्ष सदावर्ती ने डॉ. रामानुजन की गणितीय अवधारणाओं के जादुई गुणों पर विचार किया और इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में गणित के विभिन्न वास्तविक जीवन अनुप्रयोगों के बारे में बताया। उन्होंने कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण दिया और सभी को शुभकामनाएं दीं।
प्रतियोगिता का उद्देश्य युवा कलाकारों और रचनात्मक लेखकों को गणित के क्षेत्र में श्रीनिवास रामानुजन के उत्कृष्ट योगदान से परिचित कराना था। प्रतिभागियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र दिए गए जबकि विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।