डॉ. तजिंदर कौर ने महिलाओं के संघर्ष और जुनून को सराहा और इसकी वकालत की

–देश भगत विश्वविद्यालय में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

युवा कल्याण विभाग के सहयोग से महिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ और आंतरिक शिकायत समिति द्वारा आयोजित देश भगत विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।

इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रो-चांसलर डॉ. तजिंदर कौर और उनके साथ चांसलर डॉ. जोरा सिंह उपस्थित थे। डॉ. तजिंदर कौर ने अपने संबोधन में महिलाओं के संघर्षों और जुनून को पहचानने और उनका समर्थन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के महत्व को उजागर किया। साथ ही विशिष्ट मेहमानों की करूण गाथा सुनने के बाद उनके संघर्ष और जज्बे को सलाम किया।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर समाज के विभिन्न तबकों से महिलाओं को आमंत्रित किया गया और उनके जीवन संघर्ष को देखते हुए डीबीयू द्वारा सम्मानित भी किया गया। विविध पृष्ठभूमियों के विशेष अतिथियों को उनकी उल्लेखनीय यात्राओं पर प्रकाश डालते हुए, अपनी प्रेरणादायक कहानियाँ साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया था। उनमें एक लेखिका और कैंसर सर्वाइवर, जसप्रीत कौर भी शामिल थीं; मीना शर्मा एनजीओ संचालिका और उनकी बेटी मनप्रीत शर्मा, जिन्होंने सेरेब्रल पाल्सी सहित कई विकलांगताओं पर विजय प्राप्त की। जसविंदर कौर जिन्होंने दृष्टिहीन होने के बावजूद सरकारी नौकरी हासिल की और अपनी आंशिक रूप से दृष्टिहीन बेटी संदीप कौर का भरण-पोषण किया; और चरणजीत कौर एक ऑर्थोपेडिक विकलांग व सामाजिक कार्यकर्ता हैं।

इससे पहले डा. प्रेशियस ने स्वागत भाषण दिया। मीना शर्मा ने कहा कि उन्होंने सेरेब्रल पॉल्सी से पीड़ित अपनी बेटी को ठीक किया है। अपनी चुनौतियों के बावजूद अपनी बेटी की उपलब्धियों के बारे में गर्व से बात की। इसी बेटी की प्रेरणा से वह आज समाज में सम्मानित महसूस करती हैं। उनकी बेटी मनप्रीत शर्मा ने राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर उनका मान बढ़ाया है। इस अवसर पर मनप्रीत की नृत्य प्रस्तुति देखकर सभी लोग दंग रह गये कि इस बीमारी पीड़ित बच्ची कितना बेहतर नृत्य करती है।

जसविंदर कौर ने कहा कि जब उन्होंने अपनी दृष्टिहीन बेटी को जन्म दिया, तो उनके ससुराल वालों ने उन्हें घर से निकाल दिया। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी खुद पढ़ाई करके सरकारी नौकरी हासिल की और अपनी बेटी संदीप कौर भी काबिल बनाया। संदीप कौर कहती हैं कि बेशक उनकी बाहरी दृष्टि चली गयी, लेकिन उनकी मां ने उन्हें आंतरिक दृष्टि देकर काबिल बनाया। आपके सामने दो राहे होती हैं, एक सकारात्मक दूसरी नकरात्मक, आपके ऊपर हैं कि आपने किसे चुनना है। चरणजीत कौर ने कहा कि जब तक आपको मंजिल न मिल जाए संघर्ष करते रहना चाहिए। हमें अपने अभिभावकों को देखकर ये प्रेरणा मिलती है।

इस अवसर पर डा. रेणु शर्मा, मनिंदर कौर, सुरजीत कौर भाटिया ने गीत पेश किया। कुलविंदर कौर, डॉ. राजदीप कौर, राजविंदर कौर, ज्योति ने अपनी नृत्य प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर वाइस चांसलर डॉ. अभिजीत जोशी, चांसलर के सलाहकार डॉ. वीरिंदर सिंह भी उपस्थित थे। डा. सुरजीत कौर पथेजा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में डा. ज्योति शर्मा और डा. किरण राणी ने सफल मंच संचालन किया।

इसके अलावा इंटरडिपार्टमेंटल क्लब एडुसेयर क्लब और एडीआर सेंटर द्वारा आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में महिला दिवस पर एक निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें शिक्षा विभाग और कानून विभाग के 20 प्रतिभागी शामिल थे। सुश्री मंशा को प्रथम स्थान, सुश्री अमनप्रीत कौर दूसरे स्थान और सुश्री याईश्री को तीसरे स्थान से सम्मानित किया गया।.

 

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