Jammu: इन कारणों से जम्मूै में लगाया जा रहा 3 से 4 घंटे का बिजली कट

बता दें कि जम्मू में गर्मी बढ़ते ही बिजली की मांग भी बढ़ गई है। साथ ही एक सप्ताह में 3 करोड़ यूनिट लोड बढ़ा है। शहर को 12 करोड़ यूनिट बिजली चाहिए, पर 9 करोड़ यूनिट ही मिल रही है। 105 मेगावाट में 75 लाख यूनिट होती है और अब 1500 मेगावाट से ज्यादा लोड चल रहा है, ऐसे में 12 करोड़ यूनिट की जरूरत है। जानकारी के अनुसार मांग पूरी न होने के कारण लोगों को तीन से चार घंटे के लंबे कट सहने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही अगर गर्मी यूं ही बढ़ती गई तो आने वाले समय में और परेशानी आएगी। बताया यह जा रहा ह लोड बढ़ने का कारण यह है कि घरों में एसी, कूलर और अन्य बिजली उपकरणों का प्रयोग बढ़ा है। गर्मी से राहत पाने के लिए रात-दिन उपकरण चल रहे हैं। कट लगने के दौरान घरों में रहना मुश्किल हो रहा है। रात को हालात ऐसे हैं कि लोग गर्मी से निजात पाने के लिए सड़क पर घूम रहे होते हैं। हर बार कारपोरेशन की ओर से दावा किया जाता है कि गर्मी में कट नहीं लगेंगे। मगर हकीकत सामने है। बिजली कटौती के कारण पानी की आपूर्ति पर सीधा असर पड़ रहा है। बार-बार कट के कारण शहर में 2.50 करोड़ गैलेन की जगह 1.75 करोड़ गैलेन पानी ही मिल रहा है। वह भी 35 से 40 मिनट तक आ रहा है। 25 लाख गैलेन की कमी पहले से ही है। यानी 50 लाख गैलेन पानी की कम आपूर्ति हो रही है। इससे पेयजल किल्लत गहरा गई है। बाहु फोर्ट, कासिम नगर, गोरखा नगर में तीन दिन बाद पानी आ रहा है। इसी तरह तालाब तिल्लो, जानीपुर के आसपास इलाकों में एक दिन बाद आपूर्ति हो रही है। कोटभलवाल और नरवाल में पानी का समय घटा है। लोगों को 35 मिनट तक पानी मिल रहा है। पुराने शहर में अधिकांश मोहल्लों में कम समय में पानी आ रहा है। साथ ही बाहु फोर्ट के कृष्ण चंद ने बताया कि बिजली कट लगने से बुरा हाल हो रहा है। इसके साथ ही दिन में तो किसी तरह समय काट लेते हैं, पर रात को कट लगने से परेशानी बढ़ जाती है। विवेक सिंह ने कहा कि इलाके में तीन दिन बाद पानी आ रहा है। जानकारी के अनुसार इस कारण समस्या बढ़ गई है। बिजली कट से पसीने छूट रहे हैं। समय बिताना मुश्किल हो जा रहा है। इसी तरह गोरखा नगर के अजय कुमार ने परेशानी बताई और कहा-गर्मी में पेयजल किल्लत दूर होनी चाहिए। टैंकर भी समय पर नहीं मिल पा रहे। बोतलबंद पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।