इस दिस दिन पर उमर के बनाए दीयों से रोशन होंगी सरकारी इमारतें​​​​​, G-20 सम्‍मेलन में भी लूटी थी वाहवाही

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इस बार का स्वतंत्रता दिवस मोहम्मद उमर कुम्हार के लिए विशेष होगा। हो भी क्यों न। इस दिवस पर श्रीनगर की प्रमुख सरकारी इमारतें उमर के हाथों बने दीयों की रोशनी से जगमगाएगी। सिर्फ दिये ही नहीं, उमर ग्लेजड टाइलों पर तिरंगे की आकृति भी बना रहा है, जिन्हें दीयों के साथ इमरातों पर सजाया जाएगा। इसके साथ ही मेरी माटी-मेरा देश शृंखला के तहत प्रशासन ने उमर को पांच हजार दीये बनाने का ऑर्डर दिया है, जिसे पूरा करने के लिए वह दिन-रात जुटा हुआ है। श्रीनगर के ब्रेन निशात इलाके के रहने वाला 27 वर्षीय उमर कश्मीर में अपनी ग्लेजड कला से कुछ ही समय में नाम कमा चुका है। इसी वर्ष मई में श्रीनगर में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान आयोजित प्रदर्शनी में उमर की ओर से बनाया मिट्टी का ग्लेजड समावार काफी पसंद किया गया था। कश्मीर में चाय रखने के लिए एक विशेष प्रकार की केतली को समावार कहा जाता। समावार अमूमन तांबे का बना होता है, लेकिन उमर ने इसे मिट्टी से तैयार किया था। मिट्टी की वस्तुएं बनाने की कला कश्मीर में प्राचीन कलाओं में गिनी जाती है, लेकिन ग्लेजड पोटरी यानी मिट्टी के वस्तुओं पर ग्लेज चढ़ाने की कला नई है और इस कला को परिचत करने का श्रेय उमर कुम्हार को जाता है। उमर ने कहा, मुझे खुशी है कि इस स्वतंत्रता दिवस पर भी मुझे अपनी कला दर्शाने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उसने कहा, मैं छह दिन से मिट्टी के दीये तैयार करने में जुटा हूं। मुझे नौ अगस्त को दीयों की यह खेप प्रशासन को सौंपनी है। उमर ने कहा, इन दीयों पर मुझे ग्लेज नहीं चढ़ाना, लिहाजा इन्हें बनाने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। उमर ने कहा कि दीयों के साथ मैं ग्लेजड टाइलों पर तिरंगे भी बना रहा हूं।