Jammu: सात साल बाद जम्मू की तवी नदी से फिर शुरू होने वाला है यह काम

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि सात साल के लंबे अंतराल के बाद जम्मू की तवी नदी से एक बार फिर निर्माण सामग्री का खनन शुरू हो रहा है। जानकारी के अनुसार खनन विभाग ने तवी नदी में 32 लघु खनिज ब्लाक की निशानदेही की है जिसमें से सात ब्लाक की नीलामी करवाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम से स्वीकृति दी गई थी। इसके साथ ही चार ब्लाक की पहले नीलामी हुई थी जिससे सरकार को 15 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। अब शेष तीन ब्लाक की तीस मई को 40 करोड़ रुपये में नीलामी की गई। इन सात ब्लाक के अलावा सिंगल विंडो कमेटी ने जम्मू जिले में चार और ब्लाक की नीलामी की स्वीकृति दे दी है और बहुत जल्द इनकी भी नीलामी करवाई जाएगी। साथ ही जम्मू की डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा की अध्यक्षता में जिला ई-ऑक्शन कमेटी का गठन किया गया है जो इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी कर रही है। तवी नदी के किनारों पर अतिक्रमण रोकने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका पर जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख हाईकोर्ट ने 17 नवंबर, 2016 को तवी नदी से खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद से भवन और अन्य निर्माण के लिए सामग्री के लिए जम्मू शहर आसपास के जिलों पर निर्भर हो गया था। इस आदेश के करीब छह साल बाद अगस्त 2022 में हाईकोर्ट ने तवी नदी से खनन पर लगी रोक को हटाते हुए सरकार को तवी में खनन करने के लिए नियमानुसार ठेके जारी करने की अनुमति दी थी। जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद खनन विभाग ने प्रक्रिया आरंभ की और तवी नदी से लघु खनिज के खनन के लिए 32 ब्लाक चिन्हित किए जिनकी नीलामी की प्रक्रिया अब शुरू हो गई है।तवी नदी से खनन पर रोक के कारण जम्मू जिले में रेत, बजरी व पत्थर के दाम तीन गुना तक बढ़ गए थे। साथ ही पहले जो खनन सरकारी ठेके पर होता था, वह चोरी-छिपे होने लगा था। बता दें कि अब अधिकारिक तौर पर खनन शुरू होने से आम लोगों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही सरकारी विकास योजनाओं के लिए भी रॉ-मैटेरियल सरलता से उपलब्ध हो पाएगा।